क्या आप अपना धर्म जानते है?

               धर्म का अर्थ है, इस ब्रह्माण्ड के नियमों के अनुसार अपना जीवन बिताना। जानते हैं कुछ सरल चीजें जिन्हें धर्म की तरह अपना कर हम ब्रह्माण्ड के साथ तालमेल में आ सकते है। अगर आप दिल से इस जगत के नियमों का पालन करेंगे, तो आप जबर्दस्त तरीके से काम करेंगे। अभी आप न तो शरीर में अच्छा महसूस करते हैं और न ही मन में क्योंकि आप इस सृष्टि के मूल नियमों का अनजाने में ही सही, लेकिन पालन नहीं करते।


               अगर आप सोचते हैं कि आपने बात को समझ लिया है तो धर्म आपके लिए काम नहीं करने वाला है। यह तो उसके लिए काम करेगा, जो इसका प्रयोग करेगा, जो वैसा ही हो जाएगा।

                मैं आपको कोई नागरिक संहिता या नियम-कानून का पाठ नहीं पढ़ा रहा हूं, यह धर्म है। अगर आप इसे अपना लेते हैं, तो आप इस ब्रह्मांड के साथ संरेखित यानी इस सृष्टि के साथ लयबद्ध हो जाएंगे। इसका संबंध ब्रह्मांड के कानून से है, दुनिया के धर्म से है क्योंकि आप जो कुछ भी करते हैं, वह बाकी जगत के साथ बड़ी गहराई से जुड़ा है, चाहे वह आपका सांस लेना हो, चाहे वह आपके दिल का धड़कना हो या आपके शरीर का काम करना। अगर आप दिल से इस जगत के नियमों का पालन करेंगे, तो आप जबर्दस्त तरीके से काम करेंगे। अभी आप न तो शरीर में अच्छा महसूस करते हैं और न ही मन में क्योंकि आप इस सृष्टि के मूल नियमों का अनजाने में ही सही, लेकिन पालन नहीं करते। चाहे ऐसा जानबूझकर हो या अनजाने में, नतीजा तो एक ही होगा। इस अस्तित्व का यही तरीका है।

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