तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने के ये हैं फायदे

               आपने लोगों को ये कहते सुना होगा कि तांबे के बर्तन में पानी रखकर पीने के कई फायदे होते हैं। पर शायद आपको पता न हो कि आयुर्वेद भी इसकी पुष्ट‍ि करता है। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से कई तरह की बीमारियां खुद ही समाप्त हो जाती हैं और कई बीमारियां शरीर में पनपने ही नहीं पाती हैं।
 

                पिछले कुछ वर्षों में कई प्रयोग हुए हैं और वैज्ञानिकों ने यह मालूम किया है कि पानी की अपनी याददाश्त होती है। यह हर उस चीज को याद रखता है जिसको यह छूता है। हमारी संस्कृति में हमें यह हमेशा से मालूम था और तरह-तरह से इस ज्ञान का हम इस्तेमाल भी करते रहे हैं। हमारी दादियों-नानियों ने हमें बताया था कि हमें हर किसी के हाथ से न तो पानी पीना चाहिए और न ही खाना खाना चाहिए। हमें ये चीजें हमेशा उन्हीं लोगों से ग्रहण करनी चाहिए जो हमसे प्रेम करते हैं और हमारी परवाह करते हैं।

                 मंदिरों में वे आपको जल की एक बूंद देते हैं जिसको पाने के लिए अरबपतियों तक में होड़ लगी रहती है, क्योंकि यह जल आप कहीं खरीद नहीं सकते। यह जल ही है जो चैतन्‍य की स्मृति संजोये होता है। यही है तीर्थ। लोग इसको ग्रहण करना चाहते हैं ताकि यह उन्हें उनके अंतर के चैतन्‍य की याद दिलाये। यही जल-रसायन अपनी विशेष याददाश्त के आधार पर ज़हर भी बन सकता है और जीवन-अमृत भी।

                पर ऐसा नहीं है कि तांबे के बर्तन में तुरंत पानी रखा और पी लिया। इससे कोई लाभ नहीं होगा। अगर तांबे के बर्तन में रखे पानी का फायदा लेना है तो इसे कम से कम छह से आठ घंटे का समय दें या फिर रात को रखकर सुबह पिएं। तांबे के बर्तन में पानी रखने से तांबे के सारे गुण पानी में आते हैं। ये पानी न केवल स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है बल्क‍ि खूबसूरती बढ़ाने में भी मददगार होता है।

1. पाचन क्रिया में फायदेमंद

खाना खाने के बाद अपच का हो जाना एक आम समस्या है। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से कब्ज, गैस और अपच की समस्या में आराम मिलता है। इसके साथ ही इसमें कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो नुकसानदायक बैक्टीरिया को समाप्त करने का काम करते हैं। तांबे के बर्तन में रखे पानी का खाली पेट सेवन करना सबसे अधिक फायदेमंद होता है।

2. वजन घटाने में

अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो तांबे के बर्तन में रखा पानी आपके लिए बहुत फायदेमंद है। ये शरीर की अतिरिक्त चर्बी को गलाने का काम करता है।

3. घाव और चोट में

तांबे में एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं. जिसकी वजह से घाव जल्दी भर जाता है। साथ ही रोग प्रतिरक्षा क्षमता को मजबूत बनाने के लिए भी तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना चाहिए।

4. बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने के लिए

बढ़ती उम्र का सबसे अधिक असर हमारे चेहरे पर नजर आता है। ऐसे में तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से बढ़ती उम्र के असर को कम किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

5. दिमागी विकास के लिए

हमारे मस्तिष्क को तंत्रिका के माध्यम से सूचना मिलती है. तंत्रिका मायलिन नाम के एक आवरण से ढकी होती हैं और तांबें में रखा पानी पीने से इस आवरण के निर्माण को बल मिलता है।

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