देश का सबसे बड़ा तिरंगा देखिए !

            रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर देश का सबसे बड़ा झंडा फहराया। पर्रिकर शनिवार सुबह यहां पहुंचे और उन्होंने झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुबर दास की उपस्थिति में रिमोट कंट्रोल के जरिए पहाड़ी मंदिर पर 99 गुणा 66 फुट आकार का विशाल झंडा फहराया।


            झंडे को यहां मोरादाबादी मैदान में रविवार को आम जनता के लिए प्रदर्शित किया गया। इस विशाल झंडे को फहराने पर कुल 1.25 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसमें तिरंगे के लिए 44 लाख रुपये खर्च हुए। मंदिर प्रशासन से जुड़े लोगों ने कहा कि इसी पहाड़ी पर आज जहां मंदिर स्थित है, वहां ब्रिटिश राज में कई स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दी गई थी।
आइए जानते हैं कि क्या है इस झंडे की खासियत-
- जमीनी सतह से 454 फीट की ऊंचाई पर होगा तिरंगा.
- 161 फीट ऊंची इस पहाड़ी के ऊपर लगाया गया 293 फीट का स्तंभ.
- 99 फीट लंबा और 66 फीट चौड़ा होगा तिरंगा.
- रिमोड से होगा ध्वाजारोहण,12 मिनट का लगेगा समय.
- झंडे का वजन 60 किलोग्राम.
- झंडा प्रतिदिन नहीं उतारना पड़े, इसके लिए विशेष लाइटिंग की व्यवस्था.
- पूरे स्तंभ का वजन लगभग 21 टन.
- पुरानी पहाड़ी होने के कारण इस स्तंभ का वजन सीधे जमीन पर दिया गया है.
- स्तंभ लगाने के लिए पहाड़ी के अंदर सौ फीट तक इसे नीचे गलाया गया है.
- मेकॉन के इंजीनियरों ने एक नई तकनीक के सहारे पूरी पहाड़ी को मेटैलिक वायर से बांध दिया है.
- इस कार्यक्रम को और मनमोहक बनाएगा आर्मी का विशेष बैंड धुन और एनसीसी का एरोमौडलिंग शो.

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