रामायण का जटायु जनवरी 2016 में हो जाएगा जिंदा !
यह पार्क अपनी खूबसूरती के लिए बहुत ही मशहूर है तथा इस पार्क के साथ ही केरल के टूरिज्म मैप पर एक और नया डेस्टिनेशन जुड़ने जा रहा है। कोल्लम जिले के चदयामंगलम गांव में 'जटायु नेचर पार्क' बनकर तैयार है। यह जनवरी 2016 से आम लोगो के लिए खोल दिया जाएगा। जनवरी से इसके पहले फेज की तैयारी हो चुकी है। इस पार्क में जटायु का सबसे बड़ा स्कल्पचर बनाया गया है। ऐसी बताया जा रहा है कि पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक यही वो जगह है जहां सीता का अपहरण कर ले जाते रावण से लड़ते हुए पक्षीराज जटायु गिरे थे। यहीं पर उन्होंने अपने प्राण त्यागे थे।
इस पार्क के मुताबिक पहाड़ पर इसे 200 फीट लंबा, 150 फीट चौड़ा और 70 फीट ऊंचा बनाया गया है। इसे पार्क को बनाने में 7 साल का समय लगा है। कोल्लम से 28 किमी दूर बने इस नेचर पार्क पर केरल सरकार ने 100 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। जनवरी 2016 से आप इस पार्क में जटायुराज के भी दर्शन कर सकते हैं।
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