बैलून्स के जरिए इंटरनेट फैसिलिटी मुहैया कराएगा Google!

              भारत सरकार ने गूगल के लून प्रोजेक्ट के पायलट फेज को मंजूरी दे दी है जिसके अनुसार गूगल अब देश में बैलून्स के जरिए इंटरनेट फैसिलिटी मुहैया कराएगा। इस में गांवों को फोकस किया जाएगा जहां गूगल जमीन से 20 km की ऊंचाई पर बैलून्स रखेगा जो कि 40 से 80 km के एरिया में इंटरनेट फैसिलिटी देंगे।कहा जा रहा है कि टेस्टिंग के शुरुआती दौर के लिए गूगल ने बीएसएनएल से हाथ मिलाया है।


             गूगल ने लून प्रोजेक्ट और ड्रोन बेस्ड इंटरनेट ट्रांसमिशन के लिए सरकार से मंजूरी मांगी थी। सरकार ने फिलहाल लून प्रोजेक्ट के पायलट फेज की टेस्टिंग को मंजूरी दी है। इसके लिए 2.6GHz बैंड में ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम का इस्तेमाल किया जाएगा।ड्रोन प्रोजेक्ट के तहत गूगल 8 बड़े सोलर पावर्ड ड्रोन्स के जरिए इंटरनेट ट्रांसमिट करेगा।

             इस प्रोजेक्ट के कारण गांवों में इंटरनेट सेटअप के लिए बिना भारी भरकम खर्च के आसानी से इंटरनेट एक्सेसज मिल सकेगा। गूगल ने पहले ही भारत के 500 रेलवे स्टेशनों को इंटरनेट से जोड़ने का वादा कर चुका है।इससे सरकार उन इलाकों में भी इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचा सकेगी, जहां लोकल टावर लगाना मुमकिन नहीं है। एक बैलून से बड़ा एरिया कवर हो सकेगा।


             जब बैलून की सर्विस खत्म हो जाती है तो गैस कम करते हुए उसे नीचे लाया जाता है। बैलून को उतारने की प्रॉसेस कंट्रोल से बाहर न हो, इसको लिए बैलून के ऊपर एक पैराशूट भी फिक्स कर दिया जाता है। अगर उतारे जाने के दौरान बैलून बैलेंस खो दे या डायरेक्शन से भटक जाए तो पैराशूट का ट्रिगर दबा दिया जाता है।

Comments